मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Saturday, 25 January 2020
दोहा-देश पर
वीरों का था हौसला,दहक उठी थी आग।
रक्षा की थी देश की,खेल खून का फाग।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment