मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Wednesday, 24 June 2020
दोहा मुक्तक
सगुण भक्ति दो रूप में,कृष्ण भक्ति अरु राम।
मूल कथा इस काल के,राम और हैं श्याम।
सूरदास जी ने किया,मोहन का गुणगान,
मूरत थे आदर्श के,तुलसी के श्री राम।
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