आप सभी को दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं......
गांधी जी का एक ही सपना|
साफ, स्वच्छ देश हो अपना|
आओं साथ उसे भी कर लें,
जो अकेला बैठा कबसे|
सीख चाहिए हमें बड़ों की,
उन सीखो से झोली भर लें|
हम अपने आजाद देश को,
साफ, स्वच्छ और सुंदर कर लें |
जात-पात का भेद मिटाया,
सबको चलना साथ सिखाया|
मोदी ने यह मंत्र सुनाया,
गांधी जी का सपना बतलाया |
गांधी जी का एक ही सपना|
साफ, स्वच्छ देश हो अपना|
आओं साथ उसे भी कर लें,
जो अकेला बैठा कबसे|
सीख चाहिए हमें बड़ों की,
उन सीखो से झोली भर लें|
हम अपने आजाद देश को,
साफ, स्वच्छ और सुंदर कर लें |
जात-पात का भेद मिटाया,
सबको चलना साथ सिखाया|
मोदी ने यह मंत्र सुनाया,
गांधी जी का सपना बतलाया |
आपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (24.10.2014) को "शुभ दीपावली" (चर्चा अंक-1776)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है। दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर।
ReplyDeleteप्रकाशोत्सव के महा पर्व दीपावली की शृंखला में
पंच पर्वों की आपको शुभकामनाएँ।
प्यारी कविता , हैप्पी दिवाली
ReplyDeleteBahut sunder rachnaa....
ReplyDelete