Sunday 29 March 2020

दोहे


1-नवरात्र
दीप जला नवरात्र में , बैठो माँ के पास।
दूर करेंगी कष्ट माँ , मन में हो विश्वास।।

2-नववर्ष
अभिनंदन हम सब करें , आया है नववर्ष।
जन जन का दुख दूर हो , सबको दे ये हर्ष।।

करें सुरक्षा स्वयं की , बनो नहीं नादान।
अपने घर में बैठकर , करो ईश का ध्यान।।

दोहे


1-कन्हैया
लिए कन्हैया जब जनम  , किये जगत उद्धार।
बचपन से दिखने लगे , उनके ये उपकार।।

2-दुर्भाग्य
रोते हैं दुर्भाग्य पर , बैठे बैठे लोग।
मिलता है सब कर्म से , कर पहले उद्योग।।

3-तुम्हारा
तेरा मेरा मत करो , जीवन है दिन चार।
यहाँ तुम्हारा कुछ नहीं , जाना है उस पार।।


Sunday 15 March 2020

होली पर दोहा


राधा सखियाँ संग में,ग्वाल संग है श्याम।
भर भर मारे रंग जब,झूम उठे ब्रजधाम।।

कुण्डलिया



होली का त्योहार है,नटखट गोपी ग्वाल।
रंग बिरंगे रंग ले,रंग रहे हैं गाल।।
रंग रहे हैं गाल ,अधर पर खुशियाँ छाई।
हाथों में ले रंग,किशोरी दौड़ी आई।
लेकर रंग गुलाल,चली बच्चों की टोली।
करें नहीं हुड़दंग,प्रेम से खेले होली।

बालक की टोली चली,प्रीत रंग ले हाथ।
डाले रंग गुलाल ये,शोर मचाते साथ।।
शोर मचाते साथ, खूब मस्ती में झूमे।
लेकर लाल गुलाल,एक दूजे सँग घूमे।
खुशियाँ हो चहुँ ओर,करूँ विनती जग पालक।
रखना दुख से दूर,रहे हँसते ये बालक।

Friday 13 March 2020

दोहे किसान पर


जौ उपजाता खेत में,जीवन का आधार।
मेहनत से करते सदा,सब पर ही उपकार।।

सुबह सबेरे ये उठे,सुन चिड़ियों का शोर।
बैलो की जोड़ी लिए,चले खेत की ओर।।

सूखा पड़ता है कभी,कभी हुई अतिवृष्टि।
रोवे हलधर भाग्य पर,लेकर व्याकुल दृष्टि।।

धूप,शीत सहता सदा,मैं तो एक किसान।
भरता सबका पेट मैं, नहीं करूँ अभिमान।।

यह धरती कुरुक्षेत्र है,खेती करे किसान।
जाल रचा अतिवृष्टि ने,खाली है खलिहान।।

होली पर कुण्डलिया



होली का त्योहार है,नटखट गोपी ग्वाल।
रंग बिरंगे रंग ले,रंग रहे हैं गाल।।
रंग रहे हैं गाल ,अधर पर खुशियाँ छाई।
हाथों में ले रंग,किशोरी दौड़ी आई।
लेकर रंग गुलाल,चली बच्चों की टोली।
करें नहीं हुड़दंग,प्रेम से खेले होली।


होली पर कुण्डलिया


बालक की टोली चली,प्रीत रंग ले हाथ।
डाले रंग गुलाल ये,शोर मचाते साथ।।
शोर मचाते साथ, खूब मस्ती में झूमे।
लेकर लाल गुलाल,एक दूजे सँग घूमे।
खुशियाँ हो चहुँ ओर,करूँ विनती जग पालक।
रखना दुख से दूर,रहे हँसते ये बालक।