मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Friday, 13 March 2020
होली पर कुण्डलिया
होली का त्योहार है,नटखट गोपी ग्वाल।
रंग बिरंगे रंग ले,रंग रहे हैं गाल।।
रंग रहे हैं गाल ,अधर पर खुशियाँ छाई।
हाथों में ले रंग,किशोरी दौड़ी आई।
लेकर रंग गुलाल,चली बच्चों की टोली।
करें नहीं हुड़दंग,प्रेम से खेले होली।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment