उत्तराखंड के इस विनाशकारी घटना को
देखकर दिल दहल गया |
हे
भगवान ! ये क्या हुआ ? हर
पल उन लोगों की सलामती का दुआ करती रही कि भगवान सभी को सलामत रखे लेकिन जब मैंने
टीवी पर एक पिता के मुख से उसके बेटे की मौत की दर्दनाक घटना के बारे में सुना, लुटेरों के बारे में सुना तो सन्न रह गयी | इतनी अमानवीयता ! इस अमानवीयता की
जितनी भर्त्सना की जाय कम है |
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ReplyDeleteabhi tak kuchh likhne ki himmat nahi kar pa rahi hoon ....kam shabdon me bahut kuchh kah diya aapne dhanyavad ....
ReplyDeleteवही सोचता हूँ कि इस तरह के लोग इंसान कहलाने के लायक भी हैं क्या?
ReplyDeleteआपकी बात से सहमे हूं ... ऐसी बातों की जितनी भी भत्सर्ना हो कम है ...
ReplyDeleteAAPANE SACH KAHA . AAP MERI READING LIST MEN HAIN.
ReplyDeleteधर्म निर्पेक्षता का नारा बुलंद करने बाले
ReplyDeleteआम आदमी का नाम लेने बाले
किसान पुत्र नेता
दलित की बेटी
सदी के महा नायक
क्रिकेट के भगबान
सत्यमेब जयते की घोष करने बाले
घूम घूम कर चैरिटी करने बाले सेलुलर सितारें
अरबों खरबों का ब्यापार करने बाले घराने
त्रासदी के इस समय में
पीड़ित लोगों को नजर
क्यों नहीं आ रहे .
इस तरह के लोग इंसान कहलाने के योग्य नहीं हैं
ReplyDeleteसंजय भास्कर
हरियाणा
शब्दों की मुस्कुराहट
http://sanjaybhaskar.blogspot.com
सहमत,बहुत बढ़िया,सुंदर प्रस्तुति,,,
ReplyDeleteRecent post: एक हमसफर चाहिए.
सच है ये इंसानियत के नाम पर धब्बा है
ReplyDeleteमानवता शर्मसार हो गयी ...भयावह त्रासदी....... इस तरह के लोग इंसान कहलाने के योग्य नहीं हैं ....
ReplyDeleteआभार
भ्रमर ५