व्याकरण पढ़ो भाषा शुद्ध करो ,
मौखिक लिखित से विचार व्यक्त करो |
मौखिक में अशुद्धता है कम बोलो ,
बोलने से पहले बार -बार तोलो |
नाप - तोल सही होने पर मुख खोलो ,
बोलते हो , अर्थ कुछ और निकलता है |
अर्थ से अनर्थ होकर राजनीति में फैलता है |
वर्ण के क्रमवद्ध से वर्णमाला बनता है ,
वर्णों के सार्थक समूह से शब्द बनता है |
शब्दों के सार्थक समूह से वाक्य बनता है ,
वाक्य से ही बनता है बिगड़ता है |
मिश्रित सयुंक्त सरल वाक्य को ,
पहचानो फिर बोलो अपना मुख खोलो |
कर्तृवाच्य भाववाच्य कर्मवाच्य समझोगे ,
तब देश में प्रेम भाईचारा और एकता पाओगे |
जब एक -एक की परिभाषा समझोगे ,
तभी अकर्मक सकर्मक क्रिया पहचानोगे |
मौखिक लिखित से विचार व्यक्त करो |
मौखिक में अशुद्धता है कम बोलो ,
बोलने से पहले बार -बार तोलो |
नाप - तोल सही होने पर मुख खोलो ,
बोलते हो , अर्थ कुछ और निकलता है |
अर्थ से अनर्थ होकर राजनीति में फैलता है |
वर्ण के क्रमवद्ध से वर्णमाला बनता है ,
वर्णों के सार्थक समूह से शब्द बनता है |
शब्दों के सार्थक समूह से वाक्य बनता है ,
वाक्य से ही बनता है बिगड़ता है |
मिश्रित सयुंक्त सरल वाक्य को ,
पहचानो फिर बोलो अपना मुख खोलो |
कर्तृवाच्य भाववाच्य कर्मवाच्य समझोगे ,
तब देश में प्रेम भाईचारा और एकता पाओगे |
जब एक -एक की परिभाषा समझोगे ,
तभी अकर्मक सकर्मक क्रिया पहचानोगे |
आपकी लिखी रचना, "पांच लिंकों का आनन्द में" शुक्रवार 22 जनवरी 2016 को लिंक की जाएगी............... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
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