मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Thursday, 14 May 2020
दोहे
बाते करता सत्य की , खुद ही बोले झूठ।
सत्य वचन कड़वा लगे , पल पल जाये रूठ।।
निर्मल उसका नाम है , रखता मन में मैल।
दिखे नहीं संवेदना , लगता उर से शैल।।
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