मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Sunday, 24 May 2020
उत्सव शब्द पर दोहा
24/05/2020
उत्सव तो संगीत है , झूम उठे उर तार।
राधा सुनकर बाँसुरी , गई हृदय से हार।।
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