Saturday 4 April 2020

दोहे


1-ब्रह्मांड
कोरोना का भय जहाँ, सूनसान हर शाम।
देखो इस ब्रह्मांड में,ठहर गया हर काम।।

2-संक्रमण
समय बिताओ भवन में,मात-पिता के साथ।
आप संक्रमण से बचो,बार बार धो हाथ।।

3-राष्ट्रधर्म
राष्ट्रधर्म का मान रख , रहिये अपने धाम।
कोरोना के दंश का,करिये काम तमाम।।

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