मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Friday, 20 December 2019
गुरु पर दोहे
जय माँ शारदे
सुमन संग वंदन करू , महिमा अपरम्पार।
बिना गुरु नहीं ज्ञान है , समझो जीवन सार।।
विद्या धन उत्तम रहे , खर्च करे बढ़ जाय।
संचय से घटता सदा , हमको गुरु बतलाय।।
जीवन रौशन है तभी , गुरु जब देते ज्ञान।
मात-पिता,गुरु का सदा , करना तुम सम्मान।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment