Sunday 3 May 2020

जय माँ शारदे


जय माँ शारदे🙏🙏
**************
श्वेत वस्त्र धारण किये , वीणा पुस्तक हाथ।
ज्ञान कोष की स्वामिनी , टेकू द्वारे माथ।।

रहती है बैकुण्ठ में , दिखे कीर्ति चहुँ ओर।
दूर करे अज्ञानता , करें ज्ञान का भोर।।

नमन करूँ माँ शारदे , ऐसा कर उपकार।
ज्ञान ज्योति उर में जले , बढे लेखनी धार।।

वीणा पुस्तक धारणी , हृदय विराजो आप।
मिट जाये अज्ञानता , नहीं रहे संताप।।

No comments:

Post a Comment