मेरी भावनाएं.../कंचनलता चतुर्वेदी
Saturday, 16 May 2020
कुण्डलिया
हिम्मत चिड़िया की गजब ,कभी न मानी हार।
तिनका तिनका जोड़कर,दिया हवा को मार।।
दिया हवा को मार,सफलता हासिल कर ली।
किया विजय का गान,हीय में खुशियाँ भर ली।
रखे समय का ध्यान,बड़ी है इसकी कीमत।
है छोटी सी जान,मगर कितनी है हिम्मत।
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